Thursday, 27 November 2014

जो कहतें हैं

जो कहतें हैं कि
मुझे प्यार के बारे में क्या मालूम
वह नहीं जानते क़ी
मैं प्यार ख़ाता हूँ
और प्यार ही पीता हूँ
चादर के नाम पर प्यार बिछा
प्यार कि रज़ाई ही तो ओड़ता हूँ